सूर्य पुत्रय धिमहि तन्नो, गोरकाशा निरंजनाः प्रकोदयाति यदि आपने साधना सुबह की हैं तो शाम को सारी सामग्री अक्षत, वस्त्र, मिटटी के दीपक आदि किसी मन्दिर में रख दें या किसी वृक्ष के नीचे रख आएं। यदि आपने साधना शाम को की हैं तो यह क्रिया अगले दिन करें। https://www.youtube.com/watch?v=6cAOQp6Twlc&t=7s
A Simple Key For Shabar mantra Unveiled
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